एक बार जरूर पढ़ें….. यह कैसा नारी शक्ति वंदन साहेब??
केएल, रुद्रपुर : बुधवार यानी 10 जनवरी को नारी शक्ति वंदन महोत्सव का आयोजन जिला प्रशासन की ओर से किया गया। जिसके मुख्य अतिथि प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी स्वयं रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य स्वरोजगार कर रही महिलाओं को सम्मानित करना और उनपर पुष्प वर्षा करना था।
आला फरमान पर जिले स्तर के अधिकारियों ने हाड़ कपाती ठंड में फिरंगी की तरह काम दिन रात एक करके कर दिया। सारी तैयारियां पूरी तर दी और दंभ भर दिया कि 45 हजार महिलाओं को आमंत्रित कर दिया गया है।.. साहेब जरा ये तो बताइये, कि जिन 45 हजार महिलाओं को आपने बुलाया है, उनके प्रवेश करने की क्या सुविधा है, बैठने की क्या सुविधा है, हाड़ कपाने वाली ठंड में अलाव की क्या सुविधा दी गई ???????
खैर, ये तो आम बात है, सबसे बड़ा सवाल क्या पुलिसकर्मियों को शालीनता का पाठ पढ़ाया गया था, कि जो महिलाएं आएंगी वह कोई अपराधी नहीं है, जो उनसे अभद्रता की गई। सही मुंह से जवाब देना तो दूर धक्का मुक्की में चोटिल भी हुई। महिलाओं के मुंह से सिर्फ एक ही बात सुनाई दे रही थी, कि यह कैसा नारी वंदन है, दो घंटे से खड़े हैं, गांधी पार्क में प्रवेश तक नहीं है। हम लोगों को धोखे में बुलाया गया आदि तमाम बातें उठ रही है। जिन बसाें से महिलाएं दूर दराज से आई थी, यह सोचकर कि समूह के विकास पर चर्चा करेंगे, लेकिन कोई नहीं सुनने वाला। पार्किग की व्यवस्था मोदी मैदान में यानी करीब एक किलोमीटर दूर कर दी गई, क्या किसी ने सोचा जिस नारी शक्ति का वंदन करने के लिए हवा भर रहे हैं, वह मोदी मैदान से कार्यक्रम स्थल तक कैसे पहुंचेंगी।
=^= धन्य हो राजनीति